मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सुरक्षा में भारी चूक, सेक्युरिटी ऑफिसर बनकर मंच तक पहुंचा संदिग्ध
प्रोटोकॉल अधिकारी बनकर सीएम के मंच तक पहुंचा उज्जैन में पुलिस ने हिरासत में लिया;
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के कार्यक्रम में एक संदिग्ध व्यक्ति प्रोटोकॉल अफसर बनकर मंच तक आ पहुंचा। समय रहते पुलिस जवानों ने उसे पकड़ लिया। तलाशी में पुलिस को उक्त व्यक्ति के पास से फर्जी आईडी कार्ड और वॉकी-टॉकी मिला है।पुलिस फिलहाल युवक से पूछताछ कर रही है। इस बात की जांच की जा रही है कि वह किस मकसद से कार्यक्रम में घुसा था।
प्रोटोकॉल अफसर बनकर पहुंचा युवक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को महाकाल मंदिर में रुद्रसागर पर बने सम्राट अशोक सेतु के लोकार्पण समारोह में पहुंचे थे। उनकी सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था।
इसी बीच, कोट पैंट पहने एक युवक को पुलिस अधिकारियों के बीच घूमते देख एडिशनल एसपी नितेश भार्गव को संदेह हुआ। युवक के गले में सीएम प्रोटोकॉल का आईडी कार्ड था और हाथ में वॉकी-टॉकी भी थी। जब पुलिस अधिकारियों ने उसे रोका और पूछताछ की, तो उसने खुद को सीएम सुरक्षा अधिकारी बताया। लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच की, तो मामला संदिग्ध लगा। जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर महाकाल थाने भेज दिया गया।
फ़र्ज़ी आईडी कार्ड और वॉकी-टॉकी बरामद
जब पुलिस ने युवक की तलाशी ली, तो उसके पास से ‘मध्यप्रदेश शासन, मुख्यमंत्री कार्यालय, वल्लभ भवन भोपाल’ का आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिस पर नाम सिद्धार्थ जैन, पद प्रोटोकॉल ऑफिसर और आईडी नंबर 2908527 दर्ज था। इसके अलावा, उसके पास एक वॉकी-टॉकी भी मिला, जिस पर मध्यप्रदेश शासन का स्टिकर लगा हुआ था।