संजय गांधी, माधवराव सिंधिया, वायएसआर रेड्डी से लेकर विजय रूपाणी तक कई नेता विमान हादसे में गवां चुके है जान
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे से याद आया कि भारत के कई प्रमुख नेताओं ने विमान दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई है।
Ahmedabad Plane Crash: भारतीय राजनीति में कई दिग्गज नेताओं ने विमान दुर्घटनाओं में अपने प्राण गंवाए हैं, जिससे न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश को गहरा सदमा पहुंचा है। संजय गांधी से लेकर विजय रूपाणी तक, ये हादसे राजनीतिक जगत में खालीपन छोड़ गए। हाल ही में 12 जून 2025 को हुए अहमदाबाद विमान हादसे ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की जान ले ली, जो देश के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है। ऐसे हादसे हमें यह याद दिलाते हैं कि राजनीति में सेवा और समर्पण के साथ-साथ सुरक्षा भी अत्यंत आवश्यक है। इन हादसों ने भारत की राजनीतिक व्यवस्था को झकझोर दिया है और नेताओं के परिवारों को अपार दुःख दिया है। आइए जानते हैं इन नेताओं की जीवन यात्रा और हादसों की दुखद कहानियां।
भारतीय राजनीति प्रभावशाली नेता संजय गांधी विमान हादसे के शिकार हुए
संजय गांधी भारतीय राजनीति में एक प्रभावशाली नेता थे, जो अपने समर्पण और नेतृत्व के लिए जाने जाते थे। उन्होंने सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
हादसे का विवरण: संजय गांधी 1990 के दशक में एक विमान दुर्घटना का शिकार हुए थे। यह हादसा राजनीतिक यात्राओं के दौरान हुआ था, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हुए, लेकिन उन्होंने अपने साहस और दृढ़ता से जीवन में वापसी की।
कांग्रेस के दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया विमान दुर्घटना में चल बसे
परिचय: माधवराव सिंधिया एक प्रसिद्ध कांग्रेसी नेता और मध्यप्रदेश के महाराज परिवार के सदस्य थे। वे भारत के केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं और उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय नेता माना जाता था।
हादसे का विवरण: माधवराव सिंधिया की 30 मार्च 2001 को एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उनका हेलीकॉप्टर मध्य प्रदेश के श्योपुर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे ने भारतीय राजनीति में शोक की लहर दौड़ा दी थी।
अहमदाबाद विमान हादसे ने ली विजय रूपाणी की जान
विजय रूपाणी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने गुजरात की राजनीति में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हादसे का विवरण: विजय रूपाणी की 12 जून 2025 को अहमदाबाद विमान हादसे में मौत हो गई।यह हादसा एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 में हुआ, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रही थी। शुरुआती खबरों में उनकी मौत की खबरें नहीं आई थीं, लेकिन बाद में उनकी मौत की आधिकारिक रूप से पुष्टि की गई।
लोकसभा अध्यक्ष रहे बालयोगी की भी विमान हादसे में मौत हुई थी
लोकसभा अध्यक्ष रहे जीएमसी बालयोगी भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक नेता थे। वे 1998 से 2002 तक भारत के 12वें लोकसभा अध्यक्ष रहे और तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य थे। उनका जन्म 1 अक्टूबर 1951 को आंध्र प्रदेश के येदुरुलंका गांव में हुआ था।
हादसे का विवरण: बालयोगी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए। वे 3 मार्च 2002 को कृष्णा जिले के कोव्वाडलनका गांव में एक निजी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए। हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान रोटर ब्लेड एक नारियल के पेड़ से टकराया, जिससे हेलीकॉप्टर जल कर नष्ट हो गया और बालयोगी, उनके अतिरिक्त निजी सचिव सतीश राजू और पायलट जीवी मेनन की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
मेघालय राज्य से ताल्लुक रखते थे साइप्रियन संगमा
साइप्रियन संगमा भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता थे, जो मेघालय राज्य से ताल्लुक रखते थे। साइप्रियन संगमा मेघालय के कम्युनिटी डेवलपमेंट मंत्री थे और उन्होंने मेघालय नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की स्थापना की थी। यह पार्टी बाद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हो गई। उनका जन्म मेघालय के गारो हिल्स क्षेत्र में हुआ था।
हादसे का विवरण: साइप्रियन संगमा 23 सितंबर 2004 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए। यह हादसा शिलांग से लगभग 20 किलोमीटर दूर बरापानी झील के पास हुआ था, जिसमें वे और उनके साथ 9 अन्य लोग मारे गए थे।
हरियाणा सरकार में ऊर्जा मंत्री थे ओमप्रकाश जिंदल
भारतीय उद्योगपति और राजनीतिज्ञ ओम प्रकाश जिंदल को ओ. पी. जिंदल के नाम से भी जाना जाता है। उनकी राजनीति में उनकी सक्रिय भागीदारी रही। उन्होंने 1991 में हरियाणा विधानसभा के हिसार क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। बाद में उन्होंने कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव भी जीते। वह हरियाणा सरकार में ऊर्जा मंत्री रह चुके थे ।
हादसे का विवरण: ओ. पी. जिंदल का हेलीकॉप्टर 31 मार्च 2005 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक आपातकालीन लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें उनकी और हरियाणा के कृषि मंत्री सुरेंद्र सिंह की मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना में पायलट कैप्टन टी. एस. चौहान की भी मौत हो गई, जबकि जिंदल के रिश्तेदार वेद गोयल और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए ।
वाईएसआर रेड्डी
वहीं, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी की भी साल 2009 में एक विमान हादसे में जान चली गई थी। बता दें कि दो दिसंबर, 2009 को अपने बेल 430 हेलीकॉप्टर से वह उड़ान भर रहे थे। इसी दौरान नल्लामला के जंगलों में हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था।
दोरजी खांडू
अरुणाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री रहे दोरजी खांडू और उनके साथ अन्य चार लोगों की भी एक विमान हादसे में मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार, ये हादसा उस दौरान हुआ जब वह एक हेलीकॉप्टर से तवांग से ईटानगर जा रहे थे। 30 अप्रैल,2011 को उनका हेलीकॉप्टर राज्य के पश्चिमी कामेंग जिले में दुर्घटना का शिकार हो गया था।
क्या भारतीय एयर ट्रैवल सुरक्षा प्रोटोकॉल में बदलाव होंगे?
बहरहाल आने वाले दिनों में क्या भारतीय एयर ट्रैवल सुरक्षा प्रोटोकॉल में बदलाव होंगे? क्या इन हादसों से सीख लेकर सरकार और एयरलाइंस मिलकर बेहतर सुरक्षा मानदंड लागू करेंगी? साथ ही, ऐसे दुर्घटनाओं में पीड़ित परिवारों के लिए किस तरह की सरकारी सहायता और सपोर्ट सिस्टम मौजूद हैं, इसका भी विस्तृत विश्लेषण होना चाहिए।