ग्वालियर के शिवाय अपहरण कांड के आरोपियों से शनिवार देर रात मुरैना पुलिस की मुठभेड
ग्वालियर के शिवाय अपहरण कांड के आरोपियों से शनिवार देर रात मुरैना पुलिस की मुठभेड़, शॉर्ट एनकाउंटर में घायल हुए दो किडनैपर्स, दोनों को पैर में लगी गोली, दो फरार, घायलोंं ने शिवाय के अपहरण के लिए की थी रैकी…
Gwalior Kidnapping Case Kidnappers Short Encounter:
ग्वालियर के शिवाय अपहरण कांड के आरोपियों से शनिवार देर रात मुरैना पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इसमें दो आरोपियों को मुरैना पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर में दबोच लिया है, जबकि दो आरोपी फरार हो गए हैं। जिन दो आरोपियों के पैर में गोली लगी हैं उन्होंने अपहरण के लिए रैकी की थी। पुलिस उनको मुरैना अस्पताल लेकर पहुंची है। फिलहाल इतना तो साफ हो चुका है कि अपहरण में चार बदमाश संलिप्त हैं। दो ने अपहरण किया था और दो ने रैकी की थी।
बताया जा रहा है लुटेरों की तलाश में निकली मुरैना पुलिस की एक टीम माता बसैया गांव के पास कुतवार डैम पहुंची थी। यहां पुलिस को देखते ही आरोपियों की तरफ से फायरिंग कर दी गई। पुलिस ने चेतावनी देते हुए जवाबी फायरिंग की। इसमें राहुल पिता भूरा गुर्जर निवासी जिंगनी और बंटी गुर्जर निवासी शिवलाल का पुरा के पैर में गोली लग गई और वे वहीं गिर पड़े। इस बीच अंधेरे का फायदा उठाकर उनके दो साथी राहुल गुर्जर निवासी पिपरई और भोला गुर्जर निवासी गड़ोरा वहां से फरार हो गए। गनीमत यह रही कि अपहरणकर्ताओं की तरफ से की गई फायरिंग में कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ। हालांकि बदमाशों की गोली पुलिस वाहन में लगी।
अपहरणकर्ताओं को कैदी वार्ड में भर्ती कराया – शिवाय के अपहरण में शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़े गए बंटी व राहुल गुर्जर को जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया है। इन दोनों का वहां उपचार किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार रविवार को सुबह ऑपरेशन कर गोली निकाली जाएगी।
अपहरण में इस्तेमाल की गई लाल बाइक भी जब्त मुरैना पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया। उनके पास कट्टा, पिस्टल बरामद हुए हैं। इसके अलावा लाल अपाचे बाइक भी मिली है। यही बाइक शिवाय के अपहरण में इस्तेमाल की गई थी।
मुरैना में चारों आरोपी साथ रहते थे, वहीं शिवाय को भी रखा था
मुरैना के एसडीओपी विजय भदौरिया ने बताया कि चारों आरोपी साथ ही एक कमरे में रहते थे। शिवाय के अपहरण में चारों शामिल थे। राहुल गुर्जर इसका मास्टरमाइंड है, उसे ही गोली लगी है। अपहरण कर शिवाय को भी मुरैना लाए थे। यहां सुभाषनगर में अपने कमरे पर उसे रखा था। लेकिन अपहरण का मामला हाईलाइट हो जाने की वजह से यह फिरौती नहीं मांग पाए। पुलिस का दबाव पडऩे पर शिवाय को काजी बसई में छोडकऱ सभी अंडरग्राउंड हो गए थे। पुलिस को लुटेरों की सर्चिंग के दौरान इन्होंने अचानक पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की गोली से राहुल और बंटी घायल हो गए। राहुल और भोला मौके से निकल भागे। अस्पताल में उपचार चल रहा है। इनसे अभी और पूछताछ की जाएगी।
गोली लगने के बाद आरोपी – बोला- मैंने तो सिर्फ रैकी की, पुलिस जिन दो आरोपियों को शॉर्ट एनकाउंटर में पकडकऱ अस्पताल लाई। उनमें से राहुल ने बताया कि पुलिस राउंड पर थी तभी आमना-सामना हो गया। हम भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें रोकना चाहा। इसलिए फायर कर दिए, पुलिस की तरफ से गोली चली। इसमें पैर में गोली लग गई। शिवाय का अपहरण दूसरे राहुल और भोला ने किया था, वो मौके से भाग गए। हम लोगों ने सिर्फ रैकी की थी।
ग्वालियर व मुरैना पुलिस के बीच उलझी थी कहानी
ग्वालियर की सीपी कॉलोनी में रहने वाले शक्कर कारोबारी राहुल गुप्ता के बेटे शिवाय (6) का अपहरण 13 फरवरी सुबह आठ बजे बाइक सवार अपहरणकर्ताओं ने किया था। सुबह स्कूल जाते समय मां की आंखों में धूल झोंककर बदमाश शिवाय को उठा ले गए थे। हालांकि करीब 12 घंटे बाद शिवाय सकुशल मुरैना के काजी बसई गांव के पास मिल गया था। उसके बाद स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम बनाकर आरोपियों की तलाश की जा रही थी। मुरैना में लोकेशन मिलने पर वहां की पुलिस के साथ ग्वालियर पुलिस सर्चिंग कर रही थी। शनिवार शाम से ही दो अपहरणकर्ताओं के पुलिस के हाथ लगने की बात सामने आ चुकी थी, लेकिन ग्वालियर और मुरैना पुलिस चुप थीं। इस बीच दो अपहरणकर्ताओं को सरेंडर कराने की बात पर दोनों जिले की पुलिस में खींचतान हो गई थी।